(59) Increase Vitamin B12 Naturally | Best Vitamin B12 Foods | Himanshu Bhatt - YouTube
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(00:00) क्योंकि ये जो विटामिन बी12 है एब्जॉर्ब होता है स्मल इंटेस्टाइन में तो वहां पर अगर सूजन आ गई तो वो ए एब्जॉर्ब नहीं होगा मतलब अगर हमारे गट में गुड बैक्टीरिया की कमी है और बैड बैक्टीरिया ज्यादा है तो पॉसिबिलिटीज है कि हमारा जो विटामिन बी12 का अब्जॉर्प्शन है वो कम हो जाएगा हो जाएगा बहुत ज्यादा एक्सट्रीम डिफिशिएंसी विटामिन बी12 में आदमी कोमा में चला जाता है और डायबिटीज की मेटफॉर्मिन तो ये जो है विटामिन बी12 के एबॉर्शन को रोकती है और क्या ये एंटीबायोटिक्स खाना भी हमारे विटामिन बी12 के अब्जॉर्प्शन को कम कर सकता है खाली बी12 के अब्जॉर्प्शन नहीं यह
(00:40) तो पूरी पूरी बॉडी को चेंज कर सकता है नमस्कार दोस्तों मैं हूं हिमांशु भट्ट आजकल हर पांच में से तीन लोगों को विटामिन बी12 की डेफिशियेंसी कि विटामिन b12 की डेफिशियेंसी को कैसे पूरा किया जाए इसलिए द हेल्थ शो में आज हम डॉकर विजय वर्मा जी से जानेंगे कि विटामिन b12 किन-किन बीमारियों का कारण बनता है कौन-कौन से सिम्टम्स आपके शरीर में देखने को मिलते हैं और कैसे वेजिटेरियन लोग और नॉन वेजिटेरियन लोग विटामिन b12 की डिफिशिएंसी को पूरा कर सकते हैं और हम यह भी जानेंगे कि जो दवाइयां विटामिन b12 को पूरा करने के लिए आप खाते हैं और जो
(01:32) शॉर्ट्स लेते हैं उनके नुकसान और फायदे क्या हो सकते हैं सर आपको मेरा प्रणाम और स्वागत है प्रणाम प्रणाम और सभी जो श्रोता है उन सबको मेरा प्रणाम तो विटामिन बी12 के सिमटम्स और प्रॉब्लम क्या क्रिएट करता है वो जानने से पहले आप एक मैकेनिज्म समझाइए कि आखिर ये विटामिन बी12 है क्या और शरीर पर क्या काम करता है देखिए अभी आपने कहा पांच में से तीन हां जी पांच में से तीन मतलब है 60 पर 60 है लेकिन ये 80 टू 85 पर हां जीी 80 टू 85 पर पॉपुलेशन विटामिन b12 की कमी से जूझ रही वो इसलिए भी है क्योंकि टेस्ट नहीं कराते तो पता नहीं चल पाता हां ये तो वो है ना
(02:09) जिन्होंने टेस्ट कराया तब 85 पर की ये निकल के आई है जी तो यह डाटा तो अब सवाल ये उठता है कि इतनी सारी हमारे इतनी सारी विटामिन b12 जो कि बहुत इंपॉर्टेंट विटामिन है डिफिशिएंसी हो गई और पहले तो हम यह कहते हैं कि विटामिन क्या होते हैं हां विटामिन क्या होते हैं है ना तो विटामिन क्या होते हैं जैसे हमारा रियर मेटल्स है रेयर जो चीज होती है बहुत सूक्ष्म जो है यह न्य न्यूट्रिशन है हा सू तत्व है तो बहुत छोटी चीज बड़ा काम करती है छोटी-छोटी चीज बहुत काम करती है तो हमारे जो सिस्टम में हमारी जो बॉडी चल रही है डेली हम बहा रे सेल्स बन रहे हैं
(02:50) बच्चों का विकास हो रहा है इसके अंदर बी12 का रोल बहुत-बहुत इंपॉर्टेंट है उसमें सबसे पहले काम करता है ये डीएनए के ऊपर अच्छा डीएनए के ऊपर डीएनए डीएनए में तो उसमें जींस के अंदर है लेकिन बॉडी अगर बन रही है बच्चों की बन रही है तो डीएनए से प्रोटीन जो बनती है तभी तो सेल बनेगा वहां प बी12 का काम है उसके बाद नर्वस सिस्टम के को डेवलप करने के लिए काम है नर्वस सिस्टम के ऊपर जो माइलिन शीट है जैसे तार होता है तार के ऊपर य रबड़ की एक लेयर होती है तो माइलिन शीट वहां पे बनती है वो विटामिन बी12 बनाता है एक लेयरिंग का काम करता है जो उसके ना होने से बहुत
(03:33) सारी बीमारियां होती है वो मैं आपको बताऊंगा जी और तीसरी चीज है ब्लड हम अब ब्लड के अंदर क्या होता है हीमोग्लोबिन तो आपको देख रहे हैं हीमोग्लोबिन नॉर्मल सा है लेकिन उसके अंदर जो उसके आरबीसी हैं वो बड़े साइज के होते हैं हां उसको कहते हैं मैगो ब्लास्टिक एनीमिया वो एनीमिया ऐसा है कि हीमोग्लोबिन तो नॉर्मल लगेगा लेकिन आरबीसी का साइज बड़ा होगा उसकी ऑक्सीजन कैरिंग कैपेसिटी कम हो जाएगी और उसको थकान सांस फूलना और यह सब होता है उसके साथ में क्या होता है जब बहुत सारा ब्लड ऐसा होता है कि वो जो सेल है वो जल्दी से फ्रेजा इल हो जाता है मतलब टूट
(04:14) जाता है तो उसका जो हीमोग्लोबिन है वो ब्लड के अंदर घूम रहे है वो लीवर में जाकर उसका बिल रूबन बनता है हा तो हल्की सी जंस हो जाती है अच्छा बहुत माइनर माइनर सी जॉन्डिस जो कि आंख में दिखाई देती है तो माइनर जॉन्डिस हो गई एनीमिया हो गया थकान वगैरह हो गई न्यूरोपैथीज हो गई सुनसन ये सब होने लगा और एक होती है स्पाइनल स्क्लेरोसिस ये क्या हो तो सेंट्रल नर्वस सिस्टम का जैसे मैंने बताया माइलन शीट बनती है तो वो स्क्लेरोसिस मतलब हार्ड हो जाते है सेल्स हम सूख जाते हैं तो उसकी वजह से पूरी बॉडी के अंदर बहुत चेंज आते हैं दर्द होने लगता है और थकान तो होही
(04:54) जाती है इसकी वजह से पीलिया स भी दिखाई देने लगता है और बॉडी ऐसी लगती है जैसे टूट फूट गई और उससे कुछ किया नहीं जाता उससे आलसी हो जाता है आलसी हो जाता है अब जब ये सिस्टम होता है नर्वस सिस्टम प आता है तो क्या होगा उसको डिप्रेशन आने लगेगा और उसको एंजाइटी भी होने लगेगी नींद में भी डिस्टरबेंस हो जाएगा तो पूरा का पूरा सिस्टम ही गड़बड़ हो जाता है सिर्फ एक छोटा सा विटामिन बीट मतलब अगर शॉर्ट टर्म में कहे तो पूरा मेटाबॉलिज्म बिगड़ जाता है पूरा का पूरा सर आपने इसमें एक चीज मेरे को बोल थी कि हाथ में झनझनाहट ऐसा लगता है को सुई सी चुभ रही है तो ये जो
(05:28) नर्वस सिस्टम का डेवलपमेंट और मेंटेनेंस दोनों विटामिन बी12 करता है डेवलपमेंट तो बच्चों में करता है और बड़ों में मेंटेनेंस करता है तो क्या होता है नर्वस सिस्टम जैसे है जब वो नर्व के ऊपर की माइलिन शीट नहीं बन पा रही है तो उसके अंदर झनझन झनझन होने लगेगी सेंसिटिव हो जाएंगे बहुत ज्यादा और जैसे जैसे धीरे-धीरे ऊपर बढ़ेगा तो पूरी बॉडी में आने लगेगा फिर वो सेंट्रल नर्वस सिस्टम आपकी स्पाइन में आ जाएगा और ब्रेन में पहुंच जाएगा तो डिमेंशिया हो सकती है यादगार कॉग्निशन कॉग्निटिव एबिलिटी उसकी कम हो जाएगी और उसके बाद अल्जीम जैसी चीज हो सकती है पार्किंसन
(06:03) जैसी चीज हो सकती है बहुत सारे नर्वस टिशू और तो और जब बहुत ज्यादा एक्सट्रीम डिफिशिएंसी विटामिन बी12 में आदमी कोमा में चला जाता है अच्छा मतलब इतना मेजर प्रॉब्लम मेजर प्रॉब्लम क्रिएट कर जाती है क्योंकि नर्वस सिस्टम बिल्कुल ये हो गया तो सब कुछ स्लो डाउन हो जाता है उसका तो इसका मतलब विटामिन बी12 को भी हमें लाइटली नहीं लेना चाहिए लाइटली कैसे ले इतनी पूरी हालत हो जाएगी तो और कैसे लेकिन क्या है कि अभी तक तो यह इतनी जांच नहीं थी तो पता नहीं चल लोग ऐसे आते थे थकान हो रही है रही है डॉक्टर कुछ कर लेकिन अब जब से जो हमारी पैथोलॉजिकल यह
(06:42) है सब बहुत बढ़ गई है और हर एक को अवेलेबिलिटी है तो विटामिन बी डिफिशिएंसी जो है ना वो बड़ी जल्दी डायग्नोज भी हो जाती है छोटा सा टेस्ट होता है इसका लेवल का तो उसको आप देख लीजिए और इसीलिए पता चल रहा है कि 85 पर लोगों मतलब इसकी सीरियसनेस यह समझा जाए कि हर इंसान को साल में एक बार तो अपने विटामिन की टेस्टिंग करानी चाहिए करानी चाहिए अब दूसरे और क्या कारण होते हैं कि कितनी इतनी ज्यादा कमी क्यों है उसका कारण यह है कि विटामिन डी के जो सोर्स विटामिन बी12 के जो सोर्स है वो सोर्स मेनली जो है ना मीट है फिश है और जो डेरी प्रोडक्ट्स तो है ही है गैर
(07:25) अच्छे तो जो वेजीटेरियंस है उनको ज्यादा हो जाती है उनके सबसे ज्यादा प्रॉब्लम हां या फिर कुछ लोग दवाई ले रहे हैं एक दवाई बहुत इंपोर्टेंट आजकल बहुत चलती है जो कि एंटा एसिड्स लेते हैं जो कि पैरेलल ओम पेरिजन जो कि और जनरली वो चलती रहती है सालों सालों त वो खाते रहते हैं और डायबिटीज की मेटफॉर्मिन मेटफॉर्मिन तो मेटफॉर्मिन भी खाते हैं डायबिटीज के लिए 15 साल 20 साल तो ये जो है विटामिन बी12 के अब्जॉर्प्शन को रोकती है अच्छा हां और कुछ बीमार ऐसे हो जाते हैं जैसे क्रॉनिक लीवर फेलियर हो गया सिरोसिस जिसे कहते हैं या किडनी फेलियर हो गया तो वहां भी विटामिन बी12 का
(08:09) एबॉर्शन कम होता है अच्छा और तीसरी क्या होती है कि अगर हमारे गट के बैक्टीरिया चेंज हो गए जोक हम लोग घी पिला के और ये सब करते हैं ठीक तो उसमें बैक्टीरिया भी विटामिन बी12 को एब्जॉर्ब कराने के लिए इंपोर्टेंट होता मतलब अगर हमारे गट में गुड बैक्टीरिया की कमी और बैड बैक्टीरिया ज्यादा है तो पॉसिबिलिटीज है कि हमारा जो विटामिन बी12 का अब्जॉर्प्शन है वो कम हो जाएगा हो जाएगा हम खा रहे हैं पूरा लेकिन अब्जॉर्ब नहीं हो रहा उसके बाद ये किसी के गैस्ट्रिक ऑपरेशन हो गया स्टमक का क्योंकि स्टमक की जो लाइनिंग होती है उसके अंदर एक
(08:46) इंट्रिसिक फैक्टर होता है तो जो विटामिन डी हम फूड में खाते हैं वो इंट्रिसिक फैक्टर उस विटामिन बी12 को निकाल लेता हा और उसके बाद वो आगे चलती है और स्माल इंटेस्टाइन में जाकर उसका एसशन होता है तो जो यह बीमारी है अगर ऑपरेशन करके कट करके निकाल दिया या गैस्ट्राइटिस वगैरह उसको होने लगी एसिडिटी की आपने बहुत ज्यादा दवाइयां खा ली या फिर जो इन्फ्लेमेटरी बावल सिंड्रोम है आईबीएस आईबीएस जो कि क्योंकि यह जो विटामिन बी12 है एब्जॉर्ब होता है स्मल इंटेस्टाइन में तो वहां पर अगर सूजन आ गई तो वो एब्जॉर्ब नहीं होगा और सर इसमें एक चीज और है कि अगर गट के
(09:25) बैक्टीरिया की बात है तो लोग एंटीबायोटिक्स बहुत खाते हैं तो एंटी का ज्यादा कंजमेट ने भी डॉक्टर्स को एक आदेश जारी किया है कि आप किसी को भी एंटीबायोटिक्स ऐसे ही नाना लिखे और अगर लिख रहे हैं तो प्रॉपर रीजन बताए क्यों लिखी है लेकिन उसके बावजूद भी अंधाधुन एंटीबायोटिक्स दी जा रही है और क्या ये एंटीबायोटिक्स खाना भी हमारे विटामिन बी12 के अब्जॉर्प्शन को कम कर खाली b12 के अब्जॉर्प्शन नहीं ये तो पूरी पूरी बॉडी को चेंज कर सकता है और तो और एंटीबायोटिक का एक्सेसिव आप एक वीडियो भी बनाई थी हां आपके साथ बनाई है एंटीबायोटिक्स तो वो भी दर्शक गण जाके देख
(10:12) सकते हैं क्योंकि एंटीबायोटिक आपके बैक्टीरिया को मारता है और वो बैक्टीरिया जो है अच्छे को भी मारेगा बुरे को दोनों को मारेगा तो उससे क्या हो रहा है कि जो बैक्टीरिया बच जाते हैं वो रेजिस्टेंट हो जाते हैं और अभी एक्सेसिव यूज ऑफ एंटीबायोटिक से क्या हुआ ऐसे रेजिस्टेंट बैक्टीरिया डेवलप हो गए कि उनके ऊपर दूसरी एंटीबायोटिक कास नहीं और अभी ऐसी डेथ हो रही है कि छोटी सी फंसी हुई और डेथ हो और यह बैक्टीरिया हॉस्पिटल्स में ज्यादा डेवलप हो गए क्योंकि वहां पर बहुत ज्यादा एंटीवा हा वहा बहुत ज्यादा है तो बी12 उसके सामने बहुत छोटी बात रह जाती है जब
(10:48) हम एंटीबायोटिक ज्यादा देते हैं तो लेकिन क्या है कि इतने इंस्ट्रक्शन होने के बावजूद भी फॉलो कितने लोग कर रहे हैं कोकरी कितनी है इंडिया में तो खासकर केमिस्ट भी उठ दवाइया दे देता है हम भी देखते सर आज भी एंटीबायोटिक्स दे दी है क्यों द है बस इतना कहते है आपको खानी पड़ेगी कोई रीजन नहीं है साथ में पर्चे में तक कोई रीजन नहीं है बस आपको खानी है तो खानी है कब तक खानी है पता नहीं बस खानी है ये एक बहुत बड़ा मैटर भी है अब डॉक्टर भी अगर कहेगा बताएगा तो पेशेंट उसको छोड़ के चला जाता है वो केमिस्ट की दुकान में जाके ले लेता है केमिस्ट वाला
(11:20) ही डॉक्टर बन के उसको दवाई देता है तो ये सब बहुत खराब हो रहा है लेकिन यह है कि अभी का जो इशू है बी12 का वो एक बहुत बड़ा इशू बनता जा रहा है पूरे अच्छा अभी हम आपने टिज का भी ट्रीटमेंट ये हम लोग कर रहे हैं तो ऑटिज्म भी जनरेट हो रहा है b1 की कमी से नेचरली सिस्टम प काम करता है तो मतलब इतना मतलब इतना खतरनाक b है और हर कोई सेे लाइटली ले लेता है तो सर इसमें जैसे पूरी करने की बात आई तो आपने कहा कि जो मेजर सोर्स है विटामिन बी12 की डेफिशियेंसी प्रोडक्ट्स हो गया और सबसे अच्छा सी फूड है लेकिन अगर वेजिटेरियन लोगों की बात की
(12:05) जाए वो कैसे पूरा कर सकते हैं और आज के टाइम में उन लोगों के लिए चैलेंज क्या है देखिए ये कोई जरूरी नहीं है कि वेजिटेबल से ही कम हो जाता है अ खाने से बहुत बढ़िया इसके अंदर वेजीटेरियंस के लिए हमारे फूड्स हैं जो हम खाते भी थे पहले हां जैसे फर्मेंटेड फूड होते हैं हां जितने भी फर्मेंटेड फूड होते हैं उसमें विटामिन बी12 बहुत अच्छा डेवलप हो जाता है क्योंकि फर्मेंट होके ही बैक्टीरिया आ जाते हैं फर्मेंटेशन का मतलब है बैक्टीरिया जनरेशन और बैक्टीरिया जब अच्छे होते हैं वहीं पर विटामिन बी12 बनने ल तो हम लोग जैसे सर्दियों में ये कांजी वगैरह
(12:40) बनती है डोसा है इडली है और मिलेट्स के अमली अमली मिलेट्स खाते हैं आजकल तो उसकी तो आप हर चीज को आप फर्मेंटेशन करो और विटामिन बी12 तैयार है फिर दूसरी जैसे बीटरूट्स है चुकंदर चुकंदर बहुत अच्छा है सब्जियों के सारे फर्मेंट कर सकते चिया सीड्स है और सारे सीड्स है न तिल का है जो कद्दू का बीज तिल के बीज अलसी के बीज इन सबके अंदर अच्छी मात्रा में विटामिन ये सीड्स जो है सीड्स में अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 होता है और वीट ग्रास वीट ग्रास वीट ग्रास तो वीट ग्रास जो उसके जो ज्वारे गेहूं के ज्वारे उसके अंदर भी विटामिन डी उसके भी तो पाउडर भी
(13:24) मिलता है बहुत अच्छा एक चम्मच डेली आप ले ये तो वीट ग्रास लगाना भी बहुत आसान है आप गलो में ज लगा दो और वो उगती रहती है आप ऊपर से काटो फिर बड़ी हो जाती है बहुत अच्छा सोर्स है b12 का हा ज ग्रास हां उसके बाद है जर्मिनेशन आप जितने भी जैसे मूंग की दाल को हम जर्मिनेट कर लेते हैं चना को जर्मिनेट कर लेते हैं तो जैसे ही जर्मिनेशन प्रोसेस शुरू होता है बी12 बनना शुरू एक टाइप से स्प्राउट्स स्प्राउट्स वो सबसे अच्छा सोर्स है स्प्राउट्स हो गए आपके फर्मेंटेड फूड हो गए आपके डेरी फूड्स उसके अंदर लस्सी दही दूध के अंदर भी अच्छा होता है और चिया सीड्स के अंदर सीड्स
(14:02) मैंने बता भी दिया आपको ज्वारे बता दिया तो ये सब चीजें हैं कभी कमी होगी नहीं हां सीजन के हिसाब से वेरिएशन बहुत सारा है अभी तो एक जगह में पढ़ रहा था कि जलेबी में विटामिन बी12 बड़ा अच्छा होता है क्योंकि जलेबी बनने से पहले उसको फर्मेंट फर्मेंटेड किया जाता है और उसके बाद जो लोग दही जलेबी खा रहे हैं तो क्योंकि दही जलेबी को पेट देखो डायबिटीज वाले तो ना खाएं लेकिन दही जलेबी को हमारे पेट के लिए भी अच्छा बताया गया है अब ये है कि मैं सोच भी रहा था था कि जलेबी में अगर बन जाता है लेकिन हो सकता है कहीं ऐसा तो नहीं है कि उसको जब हमने फ्राई कर लिया तो
(14:35) कहीं कम ना हो जाए लेकिन एक सोर्स वो भी है और बाकी तो वैसे तो सभी हरी सब्जियां सब सब्जिया इतना कुछ अमाउंट में होता है फ्रूट्स में सब में है तो और उसकी मात्रा भी तो बहुत ज्यादा सी चाहिए हमको कोई ज्यादा थोड़ी चाहिए मुश्किल से डेली रिक्वायरमेंट 2.5 माइक्रोग्राम होती है अच्छा हां 25 2.5 बहुत कम बहुत कम मात्रा में में और हमको इन सब चीजों जैसे मैं कहीं पढ़ रहा था उसम लिखा था कि मशरूम्स में भी विटामिन बी12 होता है तो इसका जो सलूशन है वो बहुत आसान है बहुत सारे रिसोर्सेस हैं और उसके बाद में जब ज्यादा अगर हो जाती तो हमारे पास
(15:15) इसके इंजेक्शंस हैं इसकी टेबलेट्स हैं सब लिंगल टेबलेट होती है और बहुत 500 माइक्रोग्राम 1000 माइक्रोग्राम 150 माइक्रोग्राम एक टेबलेट ब जीप के नीचे रखनी है य से हो जाएगी खाते नहीं है उसको जीभ के नीचे र एजॉर्ब हो जाती है हां यहां से अब्जॉर्ब होती है लेकिन सर आपसे एक चीज पूछना चाहूंगा जो विटामिन बी12 के हम टेबलेट्स खा रहे हैं क्या वो पूरी उसके पूरे जो पोषक तत्व है हमारा शरीर अब्जॉर्ब कर पाता है नहीं उसमें ऐसा है ना अगर बी कॉम्प्लेक्शन बी12 है तो आप निकलोगे उसको तो वो पेट की गैस्ट्रिक एसिड जो होता है उससे न्यूट्रलाइज हो जाएगा लेकिन अगर यहां
(15:54) से आप यहां से सबलिंग लेते हैं जीभ के नीचे रख के चूसते हैं सीधा ब्लड में चली जाएगी अच्छा तो वो ज्यादा फायदेमंद वो ज्यादा इसलिए उसको बी कॉम्लेक्स के साथ मत खाइए अलग से खाइए हर विटामिन को अलग से विटामिन सी की गोली अलग से खाओ अच्छा कॉमिनेशन ब कॉमिनेशन नहीं ए विटामिन ए की अलग से खाओ विटामिन डी अलग से खाओ विटामिन सी अलग से खाओ बी12 अलग से खाओ फॉलिक एसिड अलग से खाओ अच्छा तोब मिक्सचर करके खाएंगे तो वो गब होगी और इसमें एक चीज मैं व्यूवर्स को और बताना चाहूंगा कि आज से तीन महीने चार महीने पहले भारत सरकार ने 350 के करीब दवाइयों पर बैन लगाया था जो
(16:34) फिक्स्ड डोज कॉमिनेशन है जिसमें ज्यादातर मल्टी विटामिन थे और वो मल्टी विटामिन या फिक्स डोज कॉमिनेशन थे अलग-अलग विटामिन और दवाइयों के कॉमिनेशन तो इसलिए इससे भी पता चलता है कि अलग-अलग कॉमिनेशन जो चीजों को मिलाकर बना रहे हैं वो भी हमारी सेहत को कहीं ना कहीं किसी ना किसी रूप में नुकसान नेचरली देखिए हर एक चीज देखिए अब ये जो हमें कमी पूरी करनी है तो नेचुरल रिसोर्स से करना और जब हम सिंथेटिक कर लेंगे तो हम घर पर कर हां क्योंकि जितनी एनर्जी आप उसको सिंथेटिक करने में लगोगे उतनी एनर्जी बॉडी को उसको कंज्यूम करने में लग नहीं जैसा
(17:10) आपने भी बताया ना कि एक टाइम पे एक ही विटामिन खाए अग विटामिन b12 है तो केवल विटामिन b12 की अगर टेबलेट लेते हो तो सिर्फ वही ले लेकिन मार्केट में ज्यादातर क्या होता है सर कि विटामिन b12 के साथ बहुत से विटामिन मिला के मल्टीविटामिन बना देते हैं और ऐसी मल्टीविटामिंस की बहुत सारे फिक्स डोज कॉमिनेशन जो लोग कई सालों से खाते हुए आ रहे थे अभी गवर्नमेंट ने कहा है कि आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा रही थी इसीलिए बैन लगा दिया तो इसलिए लोगों से कह रहा हूं कि हो सकता है अभी भी आप जो चीज खा रहे हो कुछ साल बाद उसम भी बैन लग जाए बिल्कुल तो इसीलिए मेरा तो बार-बार हम
(17:41) लोग जो चाहते हैं कि आप नेचर सिस्टम से साथ जुड़ दो नेचर के साथ एक पत्ती भी अगर है ना पत्ती भी अगर आप खा रहे हो उसके अंदर सारी चीजें होती है हां उसके अंदर ऑयल भी होता है उसके अर विटामिंस भी होता है कार्बोहाइड्रेट भी होता है इसीलिए आप देखो वाइल्ड लाइफ जितनी भी है अगर वहां पे हिरण घूम रहे हैं झुंड के झुंड को विटामिन डी इसकी कमी नहीं होती है हां विटामिंस की कमी उनमें होती नहीं ह्यूमन बीइंग में क्यों होती है भाई उनको एनीमिया भी नहीं होता है क्योंकि हमने नेचर को छोड़ दिया हमने नेचर को छोड़ दिया अब इसीलिए जितने फूड्स है अच्छा उसके बाद और एक डाउट ये हो
(18:13) रहा है कि जितनी ये कीटनाशक दवाइयां हैं ये जो चिड़ी जाती हैं उसमें सब्जियां आती हैं और चीजें आती हैं तो वो हमारे गट को खराब कर रही है तो वहां से भी विटामिन बी12 की और दूसरे विटामिंस की और न्यूट्रीशन की डेफिशियेंसी बीमारी तो हो ही रही है अब्जॉर्प्शन भी नहीं होगा हां तो सर इसमें लास्ट में दो चीज बस एक तो मैंने बहुत लोगों में यह भी देखा है कि विटामिन बी12 की डेफिशियेंसी [संगीत] स है और जो उसकी शाइनिंग है बालों की वो भी बी12 से बहुत क मिलती है तो सर एक ला तो आईज और इसकी आइज भी वीक हो जाती है b1 की ब की कमी नेचरली जहां भी नर्वस सिस्टम
(19:08) लगेगा ना आइस पूरा नर्वस सिस्टम है क्योंकि यहीं से इमेज जाती है नर्व्स में जाती है हो जाती है तो हर नर्वस सिस्टम आदमी एक तरह से ऐसा लगता है जैसे दीमक लग गई पूरे शरीर हा तो डाउन होता चला जाता लेकिन इंप्रूवमेंट इतना फास्ट फास्ट है क्योंकि बहुत कम क्वांटिटी चाहिए अमाउंट में चाहिए विटामिन बी12 तो सर इसमें एक लास्ट चीज मुझे याद आई अगर कोई इंसान विटामिन b12 की डेफिशियेंसी को पूरा करने के लिए केवल और केवल टेबलेट्स और इंजेक्शन के शॉट्स पर डिपेंड हो जाएगा तो उसके नुकसान क्या हो सकते हैं देखिए पहली बात तो ये है बहुत ज्यादा डोज से नुकसान b12
(19:43) का होता नहीं हैा लेकिन जो इंजेक्शन अगर लेने है तो मुश्किल से तीन इंजेक्शन देते हैं वो भी हफ्ते में एक बार या दो बार तीन इंजेक्शन में पूरा हो जाता है उसका उसके बाद जांच करा ले पुन मिल जाएगा बाकी ये सब लिंगल टेबलेट्स हैं ये भी 15 दिन 20 दिन खा लोगे उसी से ठीक हो जाएगा तो कोई ऐसा मेजर साइड इफेक्ट नहीं है कोई मेजर साइड इफेक्ट नहीं है दूसरे विटामिन के इसका कुछ नहीं है और दूसरी बात क्या है एक बार जब पूरा हो जाता है उसको नॉलेज आ जाती है तो अपने रिसोर्स खुद डेवलप कर लेता है फिर होती ही नहीं तो आप भी एक बहुत बड़ा काम
(20:11) कर रहे हैं नॉलेज स्प्रेड कर रहे हैं हर चीज के आपके नॉलेज है तो मैं भी चाहता हूं कि लोगों को नॉलेज रहे और ज्ञान मिले और सब लोग हेल्दी रहे हेल्दी रहे और पीसफुल रहे और मस्ती में रहे दिवाली के साथ यही संदेश है मेरा सबके लिए कि सबसे पहले तो हेल्थ जी और पीस और उसके बाद फिर समृद्धि समृद्धि तो सर आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने हमारे साथ विटामिन बी12 जैसी आज के टाइम पर फैलने वाली कॉमन प्रॉब्लम के बारे में सिंपल तरीके से डिस्कस किया और बताया कि कैसे हम पूरा कर सकते हैं और क्या प्रॉब्लम विटामिन बी12 क्रिएट कर सकता है तो उम्मीद करता हूं जिस तरह से आपकी
(20:54) पुरानी वीडियोस से लोग लाभान्वित हुए हैं उसी तरह से विटामिन बी12 की वीडियो से भी लाभान्वित होंगे और इलनेस से वेलनेस की तरफ बढ़ेंगे और उम्मीद करता हूं अगर आपको कोई भी हेल्थ इशू है और उस हेल्थ इशू का आप प्रॉपर ट्रीटमेंट जानना चाहते हैं विटामिन की डेफिशियेंसी जानना चाहते हैं और एक एलोपैथी डॉक्टर से हॉलिस्टिक मैनेजमेंट के थ्रू अपनी बीमारियों को भगाने का तरीका जानना चाहते हैं तो आप कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए कि आपको कौन सी बीमारी आप सर से स्पेशली किस बीमारी के ट्रीटमेंट के बारे में और कौन से विटामिन और मिनरल की डेफिशियेंसी
(21:29) जानना चाहते हैं तो मैं कोशिश करूंगा सर के माध्यम से अलग-अलग डॉक्टर्स के माध्यम से आपको प्रॉपर इंफॉर्मेशन दी जाए और अगर आप चाहते हैं सर से कांटेक्ट करना तो सर की कांटेक्ट डिटेल्स भी आपको नीचे डिस्क्रिप्शन और पिन कमेंट में मिल जाएगी जहां से आप सर से कांटेक्ट भी कर सकते हैं धन्यवाद धन्यवाद सर नमस्कार
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